- इजरायल और ईरान के युद्ध के चलते है हजारों भारतीय ईरान के विभिन्न शहरों में फंसे हुए हैं।
आज सोमवार को ईरान ने भारत के उस अनुरोध पर प्रतिक्रिया दी जिसमें ईरानी शहरों में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने की बात कही गई थी। इसका मुख्य कारण यह है कि इजरायल ने ईरान के अंदर हो रहे बमबारी जारी रखा है। तेहरान का कहना है कि " हालाँकि ईरान का हवाई क्षेत्र पूर्ण रूप से बंद है, लेकिन भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए सभी भूमि सीमाएं खुली हैं। "
अपने जबाब में ईरान के विदेश मंत्री ने भारत के इस मिशन को अपनी सहमति देते हुए कहा कि " राजनयिकों और भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने में वह पूर्ण रूप से मदद करेंगे। "
इसी कड़ी में तेहरान ने उन भारतीय लोगो की लिस्ट अपने प्रोटोकॉल विभाग को देने को कहा जो भारतीय सीमा पर करेंगे।
ईरान-इजराइल युद्ध-
इजरायल ने शुक्रवार को अपने ऑपरेशन "ऑपरेशन राइजिंग लायन" के तहत ईरान पर बमबारी शुरू कर दी। जिसमे ईरान के सैन्य अधिकारी, न्यूक्लियर वैज्ञानिक को नष्ट किया गया। और इन हमलो में ईरान के परमाणु ठिकानों को नुकसान पहुंचाया गया। इजरायल इस हमले के विरोध में ईरान ने भी इजरायल पर ड्रोन और बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया गया। बीते शुक्रवार से दोनों देश आपस में सैकड़ो मिसाइलों और ड्रोन्स से हमला कर चुके है।
इजरायल और ईरान के अभी के हालातो को देख कर लगता है कि यह अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी युद्ध के बीच हजारों भारतीय ईरान के विभिन्न शहरों में फंसे हुए हैं। इनमें 1,500 से अधिक भारतीय छात्र शामिल हैं, जिनमें से अधिकांश जम्मू और कश्मीर से हैं। सोमवार को भारत ने कहा कि ईरान में कुछ भारतीय छात्रों को देश के भीतर "सुरक्षित स्थानों" पर स्थानांतरित किया जा रहा है।
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